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राम मंदिर मूर्ति स्थापना की पहली वर्षगांठ पर 200 मरीजों को बांटे गए फल

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अजमेर, 22 जनवरी: श्री राम सेना हिंदुस्तान के युवा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष देवी लाल सोनी ने राम मंदिर मूर्ति स्थापना की पहली वर्षगांठ के अवसर पर टीवी हॉस्पिटल में एक विशेष समाजसेवी कार्यक्रम का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में अस्पताल में भर्ती 200 मरीजों को कुल 40 किलो फल वितरित किए गए। फल वितरण में केले, संतरे और अन्य पौष्टिक फल शामिल थे! राम मंदिर मूर्ति स्थापना की पहली सालगिरह का जश्न: देवी लाल सोनी ने कहा कि आज का दिन ऐतिहासिक और गौरवपूर्ण है। एक साल पहले अयोध्या में राम मंदिर की मूर्ति की स्थापना हुई थी। इस महत्वपूर्ण दिन को समाजसेवा और जरूरतमंदों की मदद के साथ मनाना हमारा उद्देश्य है। देवी लाल सोनी ने समाजसेवा के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि राम मंदिर केवल एक धार्मिक प्रतीक नहीं, बल्कि भारतीय संस्कृति और मानवता का प्रतीक है। इस खुशी को समाज के हर वर्ग के साथ साझा करना चाहिए इस आयोजन में आगरा गेट के अध्यक्ष सुरेश तंबोली, अनिल कुमार सोनी और श्री राम सेना के कई कार्यकर्ता उपस्थित रहे। सभी ने इस कार्यक्रम को सफल बनाने में अपना योगदान दिया। फल प्राप्त करने पर मरीजों और उनके परिजनों के चेहरों ...

झालावाड़ में 'गंगा-जमुनी तहज़ीब' पर विशेष व्याख्यान का आयोजन, उर्दू शायरी में एकता और सद्भावना पर चर्चा

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जश्न-ए-गणतंत्र दिवस के अवसर पर झालावाड़ के गवर्नमेंट पीजी कॉलेज में उर्दू विभाग द्वारा "उर्दू शायरी में गंगा-जमुनी तहज़ीब: एकता और सद्भावना की खुशबू" विषय पर एक विशेष व्याख्यान का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य भारत की सांस्कृतिक धरोहर और सांप्रदायिक सौहार्द के प्रतीक गंगा-जमुनी तहज़ीब को प्रोत्साहित करना था। कार्यक्रम की शुरुआत माँ सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण से हुई। कॉलेज के प्राचार्य प्रोफेसर फूल सिंह ने अध्यक्षता करते हुए कहा कि उर्दू भाषा और साहित्य हमारी सांस्कृतिक विरासत का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं और यह राष्ट्रीय एकता को सुदृढ़ करते हैं। मुख्य वक्ता का संदेश: गवर्नमेंट कॉलेज, बारां के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. शमशाद अली मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित रहे। उन्होंने अपने व्याख्यान में उर्दू शायरी में एकता और सद्भावना की खुशबू को रेखांकित किया। उन्होंने कहा, "भारत को प्रगति के पथ पर आगे ले जाने के लिए सांप्रदायिक सौहार्द और हिंदू-मुस्लिम एकता की आवश्यकता है। गंगा-जमुनी तहज़ीब इस दिशा में हमारी सबसे बड़ी धरोहर है।" विशेष सम्मान: कार्यक्रम में प्राचार्य ...

मकतब इंतखाबुल उलूम गौतमपुरी में स्वागत समारोह आयोजित, छात्रों और मेहमानों को किया सम्मानित

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दिल्ली के गौतमपुरी में स्थित मकतब इंतखाबुल उलूम में रविवार को एक भव्य स्वागत समारोह आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में छात्रों और मेहमानों को विशेष रूप से सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का आयोजन सुबह 11 बजे शुरू हुआ, जिसकी अध्यक्षता हकीम अनवर जावेद ने की। कार्यक्रम की शुरुआत हाफिज़ मोहम्मद अफ़ान की तिलावत-ए-क़ुरान से हुई, जिसके बाद क़ारी मोहम्मद रेहान ने नात-ए-नबी पेश की। इस अवसर पर छात्रों को उनकी उपलब्धियों के लिए कंबल और कुरान शरीफ भेंट किए गए। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल थे: जनाब इक़बाल अहमद एडवोकेट शाह जबीं क़ाज़ी (मैनेजर, ए एंड एस फार्मेसी, दिल्ली) मोहम्मद गुलज़ार वसीम सिद्दीकी एडवोकेट मोहम्मद मज़म्मिल अमीर अहमद राजा क़ारी मोहम्मद फारूक क़ारी मोहम्मद फारूक ने छात्रों को उनकी मेहनत और सफलता के लिए बधाई दी। इस दौरान बच्चों ने नात और भाषण के जरिए अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। एडवोकेट शाह जबीं क़ाज़ी और मास्टर अरशद me चौधरी ने इस अवसर पर कहा, "इस प्रकार के कार्यक्रम समाज में जागरूकता और शिक्षा के महत्व को बढ़ावा देते हैं। इन्हें नियमित रूप से आयोजित किया जाना चाहि...

पोस्ट ग्रेजुएट टीचर की उम्र घटाने के मामले में मुख्यमंत्री से हस्तक्षेप की अपील

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दिल्ली में पोस्ट ग्रेजुएट टीचर (PGT) बनने के लिए उम्र घटाकर 30 साल करने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। फेडरेशन फॉर एजुकेशनल डेवलपमेंट के सीनियर नायब सदर मास्टर अरशद चौधरी ने इसे नौजवानों के भविष्य के लिए नुकसानदायक बताया है। उन्होंने मुख्यमंत्री दिल्ली श्रीमती अतिशी से इस फैसले पर पुनर्विचार की गुजारिश की है। मुख्य रिपोर्ट: दिल्ली में हाल ही में पोस्ट ग्रेजुएट टीचर बनने के लिए अधिकतम उम्र सीमा को घटाकर 30 साल कर दिया गया है। इस फैसले ने हजारों युवाओं को निराश और चिंतित कर दिया है। फेडरेशन फॉर एजुकेशनल डेवलपमेंट के सीनियर नायब सदर, मास्टर अरशद चौधरी ने इस फैसले पर गहरी नाराजगी जताई है। उन्होंने कहा कि यह फैसला हजारों योग्य और मेहनती उम्मीदवारों को शिक्षक बनने के उनके सपने से वंचित कर देगा। मास्टर अरशद चौधरी ने कहा: > "दिल्ली में नौकरी हासिल करना पहले से ही एक चुनौतीपूर्ण काम है। यहां के युवा ऑल इंडिया लेवल के मुकाबले में हिस्सा लेते हैं और परीक्षा पास करने के लिए कड़ी मेहनत करते हैं। लेकिन उम्र सीमा को 30 साल करने से योग्य उम्मीदवारों को ओवरएज होने का खतरा बढ़ गया है।" उन्ह...

मुस्लिम जाट समुदाय के दिग्गज बुजुर्गों की ऐतिहासिक उपलब्धियां और समाजसेवा

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यह विशेष लेख मुस्लिम जाट समुदाय के उन महान व्यक्तित्वों की गौरवशाली गाथा को समर्पित है, जिन्होंने शिक्षा, समाजसेवा, राजनीति और धर्म के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया। उनके संघर्ष, बलिदान और समाज के प्रति समर्पण की कहानियां प्रेरणा का स्रोत हैं। मुख्य ख़बर  1. खान बहादुर मेजर सर सिकंदर हयात खान पंजाब प्रांत के प्रधानमंत्री के रूप में कार्य किया। आसरा इंटर कॉलेज की स्थापना में अहम भूमिका निभाई। जन्म: 5 जून 1892, मुल्तान। शिक्षा: अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी। विभाजन से पहले हिंदुस्तान में निधन। चीमा गोत्र से थे और मुस्लिम जाट समुदाय का गौरव थे। 2. चौधरी करीमुद्दीन आसरा इंटर कॉलेज की स्थापना के लिए भूमि दान किया। उनके योगदान के सम्मान में "चौधरी करीमुद्दीन पुरस्कार" दिया जाता है। समाज के लिए शिक्षा के क्षेत्र में उनके योगदान को आज भी याद किया जाता है। 3. मौलाना रोजुद्दीन कासमी रह. अलैहि गांव संझक में जन्म लेकर शिक्षा की शुरुआत की। देवबंद से उच्च इस्लामी शिक्षा प्राप्त की। दिल्ली में मिजबाउल कुरान मस्जिद की स्थापना की। आपने 6 बार हज किया और समाजसेवा में मिसाल कायम की। 4. मौलाना ...

श्रीनगर रोड व्यापारिक संगठन की बैठक: यूजर चार्ज के विरोध में व्यापारियों ने जताया आक्रोश

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अजमेर। श्रीनगर रोड व्यापारिक संगठन के तत्वावधान में व्यापारियों ने नगर निगम द्वारा लगाए जा रहे यूजर चार्ज और अन्य प्रकार की परेशानियों के विरोध में एक बैठक आयोजित की। बैठक में श्री अजमेर व्यापारिक महासंघ के अध्यक्ष महेंद्र बंसल और महासचिव रमेश लालवानी विशेष रूप से आमंत्रित थे। इस बैठक के दौरान व्यापारियों ने अपनी समस्याओं से महासंघ के पदाधिकारियों को अवगत कराया और नगर निगम की नीतियों पर नाराजगी व्यक्त की। व्यापारियों ने एक स्वर में यूजर चार्ज का विरोध करते हुए नारे लगाए और ऐलान किया कि वे किसी भी कीमत पर यह चार्ज नहीं देंगे। व्यापारियों का कहना: व्यापारियों ने आरोप लगाया कि नगर निगम के अधिकारी व्यापारिक गतिविधियों में हस्तक्षेप कर रहे हैं और अनावश्यक दबाव बना रहे हैं। उनका कहना है कि यूजर चार्ज न केवल आर्थिक बोझ बढ़ा रहा है, बल्कि व्यापारिक माहौल को भी प्रभावित कर रहा है। अध्यक्ष महेंद्र बंसल का बयान: महेंद्र बंसल ने व्यापारियों को आश्वासन दिया कि महासंघ उनकी मांगों को नगर निगम के समक्ष मजबूती से उठाएगा और व्यापारियों के हितों की रक्षा के लिए हर संभव कदम उठाएगा। बैठक के अंत में व्यापार...

मुस्लिम जाट समाज के बुजुर्ग: इतिहास के गौरवशाली शख्सियतें

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मुस्लिम जाट समाज ने इतिहास में अपने योगदान और त्याग से देश और समाज के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। समाज के बुजुर्गों ने न केवल शिक्षा, राजनीति और धर्म के क्षेत्र में बल्कि सामाजिक सुधार और सेवा में भी अनुकरणीय कार्य किए हैं। आइए विस्तार से जानते हैं मुस्लिम जाट समाज के गौरवशाली बुजुर्गों की उपलब्धियों के बारे में। सर सिकंदर हयात खान: पंजाब के प्रधानमंत्री सर सिकंदर हयात खान का जन्म 5 जून 1892 को मुल्तान में हुआ। उन्होंने अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय से शिक्षा प्राप्त की और उच्च शिक्षा के लिए इंग्लैंड गए। हालांकि, पारिवारिक कारणों से उन्हें वापस बुला लिया गया। वे पंजाब प्रांत के प्रधानमंत्री बने और मुस्लिम जाट असारा इंटर कॉलेज की स्थापना की। उनका योगदान भारतीय राजनीति और शिक्षा के क्षेत्र में अत्यंत महत्वपूर्ण रहा। चौधरी करीमूद्दीन: शिक्षा का दीपक जलाने वाले करीब 100 साल पहले चौधरी करीमूद्दीन ने असारा गांव में इंटर कॉलेज की स्थापना की। इस कॉलेज के लिए उन्होंने अपनी जमीन दान में दी। उनके पिता मौलाना थे और उन्होंने अपने जीवन में शिक्षा को समाज के हर वर्ग तक पहुंचाने का प्रयास किय...