भारतीय रेलवे का बड़ा कदम: महिला आरपीएफ कर्मियों को मिलेगा मिर्च स्प्रे, सुरक्षा होगी और मजबूत
नई दिल्ली, 8 मार्च: महिला यात्रियों की सुरक्षा को और पुख्ता करने के लिए भारतीय रेलवे ने एक अहम फैसला लिया है। अब रेलवे सुरक्षा बल (RPF) की महिला कर्मियों को मिर्च स्प्रे कैन से लैस किया जाएगा, जिससे वे किसी भी चुनौतीपूर्ण स्थिति का प्रभावी ढंग से सामना कर सकें। यह कदम रेलवे में महिला सशक्तिकरण और सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल मानी जा रही है।
महिला आरपीएफ कर्मियों को आत्मरक्षा के लिए नया हथियार
इस फैसले के तहत, महिला आरपीएफ कर्मियों को मिर्च स्प्रे कैन दिए जाएंगे, ताकि वे रेलवे परिसरों, चलती ट्रेनों और दूरस्थ स्टेशनों में यात्रियों की सुरक्षा को और बेहतर बना सकें। विशेष रूप से यह कदम उन स्थानों के लिए फायदेमंद होगा जहां तत्काल सहायता उपलब्ध नहीं हो पाती। मिर्च स्प्रे एक गैर-घातक लेकिन प्रभावी उपकरण है, जो महिलाओं को आत्मरक्षा के लिए अतिरिक्त सुरक्षा प्रदान करेगा।
आरपीएफ महानिदेशक का बयान
इस पहल पर बात करते हुए रेलवे सुरक्षा बल (RPF) के महानिदेशक श्री मनोज यादव ने कहा,
"यह कदम प्रधानमंत्री के सुरक्षित सार्वजनिक स्थान सुनिश्चित करने के दृष्टिकोण के अनुरूप है। हमारी महिला आरपीएफ कर्मी ताकत, करुणा और लचीलापन का प्रतीक हैं। मिर्च स्प्रे कैन से लैस करके, हम उनकी आत्मरक्षा क्षमता को बढ़ा रहे हैं और यात्रियों की सुरक्षा को प्राथमिकता दे रहे हैं।"
महिला यात्रियों की सुरक्षा पर विशेष ध्यान
भारतीय रेलवे महिलाओं की सुरक्षा को लेकर लगातार नए कदम उठा रहा है। आरपीएफ की ‘मेरी सहेली’ टीमें नियमित रूप से ट्रेनों में यात्रा करने वाली महिलाओं से संपर्क कर उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करती हैं। फिलहाल, 250 से अधिक 'मेरी सहेली' टीमें प्रतिदिन करीब 12,900 महिला यात्रियों के साथ संवाद करती हैं।
महिला आरपीएफ की बढ़ती भूमिका
महिला आरपीएफ कर्मी न केवल सुरक्षा बल्कि सामाजिक पहल में भी योगदान दे रही हैं। ‘ऑपरेशन मातृशक्ति’ के तहत, 2024 में ही महिला आरपीएफ कर्मियों ने 174 महिलाओं की ट्रेनों में सुरक्षित डिलीवरी करवाई। इसके अलावा, महाकुंभ जैसे आयोजनों में भी महिला आरपीएफ कर्मियों ने यात्रियों की सहायता की है।
रेलवे सुरक्षा में नया अध्याय
मिर्च स्प्रे से लैस महिला आरपीएफ कर्मी अब रेलवे में महिला यात्रियों के लिए और अधिक सुरक्षा सुनिश्चित करेंगी। यह कदम रेलवे की लैंगिक समावेशिता और सुरक्षा प्रतिबद्धता को दर्शाता है। भारतीय रेलवे इस पहल के जरिए महिला यात्रियों को सुरक्षित माहौल देने और महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने की दिशा में एक और मजबूत कदम बढ़ा रहा है।
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें