अजमेर की सफाई व्यवस्था पर सवाल, व्यापारिक महासंघ ने स्वच्छता सर्वेक्षण टीम से की अपील

 

अजमेर, 22 फरवरी 2025: स्मार्ट सिटी अजमेर की स्वच्छता व्यवस्था को लेकर सवाल उठ रहे हैं। शहर की स्वच्छता की वास्तविक स्थिति को उजागर करने के लिए श्री अजमेर व्यापारिक महासंघ ने स्वच्छता सर्वेक्षण करने वाली टीम से अनुरोध किया है कि वे शहर की विभिन्न समस्याओं पर ध्यान दें। महासंघ के पदाधिकारियों ने बताया कि अजमेर के कई मुख्य मार्गों और बाजारों में गंदगी का अंबार लगा हुआ है, जिससे स्मार्ट सिटी की छवि धूमिल हो रही है।

मुख्य स्थानों पर फैली गंदगी और अव्यवस्था

महासंघ के अध्यक्ष महेन्द्र बंसल ने बताया कि शहर के प्रमुख प्रवेश मार्गों पर ही गंदगी का नजारा देखने को मिलता है। उत्तर पश्चिम रेलवे के दौराई रेलवे स्टेशन, फूड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया पेट्रोल पंप के सामने बने रेलवे शेड, अजमेर नगर निगम के वार्ड संख्या 31 में वर्षों से मलबे के ढेर पड़े हैं। इसी तरह अजमेर विकास प्राधिकरण की चंद्रवरदाई नगर योजना के वार्ड 29, 30 और 31 में भी कचरे का ढेर जमा है।

उन्होंने बताया कि सम्राट पृथ्वीराज चौहान खेल नगर के मुख्य द्वार, चंद्रवरदाई नगर मुख्य मार्ग, साईं बाबा मार्ग, तारागढ़ दुर्ग, महात्मा बुद्ध विहार, गौतम नगर और राधास्वामी सत्संग भवन के मार्गों पर भी गंदगी फैली हुई है। इन इलाकों में सफाई की गंभीर समस्या बनी हुई है, लेकिन नगर निगम और प्रशासन इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं


मुख्य बाजारों और सार्वजनिक शौचालयों की हालत बदतर

महासंघ के महासचिव रमेश लालवानी ने बताया कि शहर के प्रमुख बाजारों की हालत भी दयनीय है। अपना बाजार, न्यू मैजेस्टिक बाजार, रसाला बावड़ी क्षेत्र और पुलिस थाना गंज के पीछे लुहार बस्ती में बने कचरा डिपो में दिनभर कचरे का ढेर जमा रहता है, जिससे आसपास के व्यवसायियों और निवासियों को भारी परेशानी होती है।

महासंघ के पदाधिकारियों ने यह भी बताया कि शहर में बने सार्वजनिक शौचालयों की हालत बहुत खराब है। कई जगहों पर यूरीनल में पाइप नहीं हैं, पानी की टंकियां नहीं हैं, बिजली की व्यवस्था नहीं है और महिला शौचालयों पर हमेशा ताले लगे रहते हैं। इससे नागरिकों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।

व्यापारियों की मांग – वास्तविकता पर हो ध्यान महासंघ के सदस्यों ने स्वच्छता सर्वेक्षण टीम से अनुरोध किया है कि वे केवल कागजों पर दिखने वाली सफाई व्यवस्था पर भरोसा न करें, बल्कि व्यवसायियों और स्थानीय लोगों से बातचीत कर वास्तविक हालात का जायजा लें। उन्होंने कहा कि जब तक बाजारों और सार्वजनिक स्थानों की सफाई पर गंभीरता से काम नहीं किया जाएगा, तब तक स्मार्ट सिटी का सपना अधूरा ही रहेगा।

महासंघ के प्रमुख पदाधिकारी मांग करने वाले

इस मौके पर महासंघ के अध्यक्ष महेन्द्र बंसल, महासचिव रमेश लालवानी, सुरेश तंबोली, सरदार रणजीत सिंह सलूजा, किशन पारीक, राजेन्द्र मूरजानी, रणवीर सैनी, चेतन सैनी, उमेश शर्मा, किशोर टेकवानी, भागचंद सेन, दिलीप मानवानी और अन्य पदाधिकारी ने मांग की

महासंघ ने प्रशासन और स्वच्छता सर्वेक्षण टीम से अपील की है कि वे बाजारों के प्रतिनिधियों से संपर्क करें और शहर की सफाई व्यवस्था को सुधारने के लिए ठोस कदम उठाएं। स्मार्ट सिटी का दर्जा तब तक सार्थक नहीं होगा, जब तक अजमेर की सफाई व्यवस्था को दुरुस्त नहीं किया जाता।

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सम्पादक: मोहम्मद रज़ा

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