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चेटीचंड महोत्सव पर व्यापारिक महासंघ की विशेष पहल, डिस्पोजेबल सामग्री एवं, पूजन सामग्री फैक्ट्री रेट पर उपलब्ध

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अजमेर: आगामी चेटीचंड महोत्सव के अवसर पर श्री अजमेर व्यापारिक महासंघ के अनुरोध पर डिस्पोजेबल सामग्री एवं पूजन सामग्री के थोक विक्रेता श्री कमलेश लोकवाणी ने एक महत्वपूर्ण घोषणा की है। उन्होंने महासंघ के आग्रह पर यह आश्वासन दिया कि उनके द्वारा विक्रय की जाने वाली सामग्री को फैक्ट्री रेट अथवा 'नो प्रॉफिट, नो लॉस' के आधार पर उपलब्ध कराया जाएगा। साथ ही, ग्राहकों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए होम डिलीवरी की भी व्यवस्था की जाएगी। व्यापारिक महासंघ ने दी जानकारी श्री अजमेर व्यापारिक महासंघ के महासचिव रमेश लालवानी ने जानकारी देते हुए बताया कि 1 मार्च से लेकर 31 मार्च तक चेटीचंड महोत्सव माह के दौरान श्रद्धालुओं को पूजन सामग्री उचित दरों पर उपलब्ध कराई जाएगी। इसके अलावा, आगामी नवरात्र महोत्सव के दौरान भी यह सुविधा जारी रहेगी, जिससे भक्तों को उचित दर पर पूजन सामग्री मिल सके। कार्यक्रम में गणमान्य लोग रहे उपस्थित इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में श्री अजमेर व्यापारिक महासंघ के अध्यक्ष महेंद्र बंसल सहित कई गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति रही। बाबा हरदयाल कुटिया के संत प्रकाश उदासी भी इस कार्यक्...

दिल्ली में उर्दू और यूनानी चिकित्सा पर संगोष्ठी, विशेषज्ञों ने भाषा और चिकित्सा के गहरे संबंधों पर डाली रोशनी

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नई दिल्ली, 22 फरवरी: उर्दू भाषा और यूनानी चिकित्सा के गहरे संबंधों पर चर्चा करने के लिए "आवामी एकता वेलफेयर एसोसिएशन" और "उर्दू अकादमी, दिल्ली" के संयुक्त तत्वावधान में "दिल्ली में उर्दू और यूनानी चिकित्सा की स्थिति" विषय पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस अवसर पर शिक्षाविदों, चिकित्सकों, सामाजिक कार्यकर्ताओं और उर्दू प्रेमियों ने अपने विचार व्यक्त किए और इस बात पर जोर दिया कि यूनानी चिकित्सा का प्रचार-प्रसार उर्दू भाषा के विकास का भी माध्यम बन सकता है। यूनानी चिकित्सा और उर्दू भाषा का गहरा संबंध: संगोष्ठी के मुख्य वक्ता प्रोफेसर अब्दुल हक ने कहा कि "यूनानी चिकित्सा का विकास स्वयं उर्दू भाषा के प्रचार-प्रसार का माध्यम बन सकता है, क्योंकि इस चिकित्सा पद्धति का अधिकांश साहित्य और शिक्षण कार्य उर्दू भाषा में होता है।" उन्होंने इस धारणा को गलत बताया कि स्वतंत्रता के बाद उर्दू भाषा समाप्त हो रही है। उन्होंने कहा, "लोग दशकों से उर्दू के खत्म होने की बातें कर रहे हैं, लेकिन यह भाषा आज भी जीवंत और प्रभावी बनी हुई है।" प्रोफेसर हक ने यह भी कहा...

अजमेर की सफाई व्यवस्था पर सवाल, व्यापारिक महासंघ ने स्वच्छता सर्वेक्षण टीम से की अपील

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  अजमेर, 22 फरवरी 2025: स्मार्ट सिटी अजमेर की स्वच्छता व्यवस्था को लेकर सवाल उठ रहे हैं। शहर की स्वच्छता की वास्तविक स्थिति को उजागर करने के लिए श्री अजमेर व्यापारिक महासंघ ने स्वच्छता सर्वेक्षण करने वाली टीम से अनुरोध किया है कि वे शहर की विभिन्न समस्याओं पर ध्यान दें। महासंघ के पदाधिकारियों ने बताया कि अजमेर के कई मुख्य मार्गों और बाजारों में गंदगी का अंबार लगा हुआ है, जिससे स्मार्ट सिटी की छवि धूमिल हो रही है। मुख्य स्थानों पर फैली गंदगी और अव्यवस्था महासंघ के अध्यक्ष महेन्द्र बंसल ने बताया कि शहर के प्रमुख प्रवेश मार्गों पर ही गंदगी का नजारा देखने को मिलता है। उत्तर पश्चिम रेलवे के दौराई रेलवे स्टेशन, फूड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया पेट्रोल पंप के सामने बने रेलवे शेड, अजमेर नगर निगम के वार्ड संख्या 31 में वर्षों से मलबे के ढेर पड़े हैं। इसी तरह अजमेर विकास प्राधिकरण की चंद्रवरदाई नगर योजना के वार्ड 29, 30 और 31 में भी कचरे का ढेर जमा है। उन्होंने बताया कि सम्राट पृथ्वीराज चौहान खेल नगर के मुख्य द्वार, चंद्रवरदाई नगर मुख्य मार्ग, साईं बाबा मार्ग, तारागढ़ दुर्ग, महात्मा बुद्ध विहार, गौतम...

ए एंड एस फार्मेसी दिल्ली द्वारा सतावर और सफेद मूसली का धन्यवाद, हकीम डॉक्टर क़मरुद्दीन और हकीम अता-उर-रहमान अजमली का योगदान

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नई दिल्ली: ए एंड एस फार्मेसी दिल्ली की दवाइयां, विशेषकर सतावर और सफेद मूसली, ने लोगों के स्वास्थ्य सुधार में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। इन दवाइयों का प्रचार करते हुए हकीम डॉक्टर क़मरुद्दीन साहब, जो कि पूर्व आयुर्वेद मेडिकल ऑफिसर हैं, नूह, हरियाणा, और हकीम अता-उर-रहमान अजमली, एमडी ए एंड एस फार्मेसी दिल्ली, ने इन औषधियों के प्रभावी उपयोग को लेकर अपने अनुभव साझा किए। दोनों ने इन दवाइयों की गुणवत्ता और लाभों की सराहना की, जो लोगों की सेहत को बेहतर बनाने में मदद करती हैं। हकीम अता-उर-रहमान अजमली साहब का कहना है, "हमारा उद्देश्य लोगों को प्राकृतिक चिकित्सा का लाभ देना है। आयुर्वेद और यूनानी चिकित्सा दोनों ही प्राचीन चिकित्सा पद्धतियां हैं, जिनका प्रभाव आज भी लोगों की सेहत पर सकारात्मक रूप से देखा जा सकता है।" हकीम अता-उर-रहमान अजमली के मेडिकल कैंपों का प्रभाव हकीम अता-उर-रहमान अजमली साहब और एडवोकेट सहजाबी काजी साहिबा डॉ. अल्ताफ अहमद का योगदान सिर्फ दवाइयों तक ही सीमित नहीं है। वे दिल्ली और देश के विभिन्न हिस्सों में मेडिकल कैंप लगाकर गरीब और जरूरतमंद लोगों को इलाज और दवाइयां मुहैया...

अजमेर में मोईनिया हॉल में तिब्बी खिदमत, हकीम अताउर रहमान अजमली की चिश्ती टीम की दस्तारबंदी

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अजमेर, 13 फरवरी 2025: अजमेर में अंजुमन सैयद जादगान की जानिब से मोईनिया हॉल में A&S Pharmacy Delhi के मशहूर हकीम अताउर रहमान अजमली चिश्ती और उनकी टीम की ओर से मुफ्त तिब्बी कैंप का आयोजन किया गया। यह कैंप सुबह 11:00 बजे से शाम 5:00 बजे तक चला, जिसमें बड़ी तादाद में मरीजों ने आकर यूनानी चिकित्सा पद्धति से इलाज और तिब्बी मशविरा हासिल किया। यूनानी इलाज से मरीजों को राहत, मुफ्त जांच और दवाइयां दी गईं इस तिब्बी कैंप में हकीम अताउर रहमान अजमली चिश्ती और उनकी चिश्ती मेडिकल टीम ने मरीजों का इलाज किया और मुफ्त जांच, परामर्श और दवाइयां उपलब्ध कराईं। इस मौके पर हकीम साहब ने कहा कि यूनानी चिकित्सा पद्धति प्राकृतिक जड़ी-बूटियों पर आधारित है और यह कई पुरानी व गंभीर बीमारियों में कारगर साबित होती है। उन्होंने कहा कि लोग मॉडर्न मेडिसिन के साइड इफेक्ट्स से परेशान हैं, ऐसे में यूनानी इलाज एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है। अंजुमन सैयद जादगान ने की दस्तारबंदी और आभार व्यक्त किया इस मौके पर अंजुमन सैयद जादगान के प्रमुख सदस्य सैयद गफ्फार हुसैन काजमी, सैयद शाहना बाबा, सैयद अल्तमश हुसैन संजरी और सैयद रईस पहलवान...

मुज़फ्फरनगर के सांचक गांव में पुस्तक मेला और पेंटिंग प्रतियोगिता का भव्य आयोजन

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मुज़फ्फरनगर जिले के सांचक गांव स्थित एम.आर.डी मेमोरियल पब्लिक स्कूल में एक भव्य पुस्तक मेला और पेंटिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस आयोजन का उद्देश्य छात्रों में पढ़ाई के प्रति जागरूकता बढ़ाना और उनके रचनात्मक कौशल को प्रोत्साहित करना था। कार्यक्रम में क्षेत्र के गणमान्य लोग, शिक्षकगण, छात्र-छात्राएं और अभिभावकों ने बड़ी संख्या में भाग लिया। मुख्य अतिथियों का स्वागत और कार्यक्रम की शुरुआत कार्यक्रम की शुरुआत कुरान की तिलावत से की गई, जिसके बाद स्कूल के प्राचार्य जनाब तनसीर अली ने अतिथियों का स्वागत किया। इस अवसर पर दावाहतुस-सिद्क पब्लिक जूनियर हाई स्कूल, बिलासपुर के प्रख्यात शिक्षक कारी मोहम्मद तारिक फलाही असारवी मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे, जबकि मास्टर मोहम्मद अरशद चौधरी विशिष्ट अतिथि के रूप में कार्यक्रम में शामिल हुए। कार्यक्रम की अध्यक्षता मौलाना आरिफुल हक साहब बड़ौती ने की। छात्रों की रचनात्मकता का प्रदर्शन पेंटिंग प्रतियोगिता में छात्रों ने अपने रचनात्मक कौशल का शानदार प्रदर्शन किया। प्रतियोगिता में विभिन्न विषयों पर आधारित पेंटिंग्स बनाई गईं, जिनमें पर्यावरण संरक्षण,...

राम मंदिर मूर्ति स्थापना की पहली वर्षगांठ पर 200 मरीजों को बांटे गए फल

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अजमेर, 22 जनवरी: श्री राम सेना हिंदुस्तान के युवा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष देवी लाल सोनी ने राम मंदिर मूर्ति स्थापना की पहली वर्षगांठ के अवसर पर टीवी हॉस्पिटल में एक विशेष समाजसेवी कार्यक्रम का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में अस्पताल में भर्ती 200 मरीजों को कुल 40 किलो फल वितरित किए गए। फल वितरण में केले, संतरे और अन्य पौष्टिक फल शामिल थे! राम मंदिर मूर्ति स्थापना की पहली सालगिरह का जश्न: देवी लाल सोनी ने कहा कि आज का दिन ऐतिहासिक और गौरवपूर्ण है। एक साल पहले अयोध्या में राम मंदिर की मूर्ति की स्थापना हुई थी। इस महत्वपूर्ण दिन को समाजसेवा और जरूरतमंदों की मदद के साथ मनाना हमारा उद्देश्य है। देवी लाल सोनी ने समाजसेवा के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि राम मंदिर केवल एक धार्मिक प्रतीक नहीं, बल्कि भारतीय संस्कृति और मानवता का प्रतीक है। इस खुशी को समाज के हर वर्ग के साथ साझा करना चाहिए इस आयोजन में आगरा गेट के अध्यक्ष सुरेश तंबोली, अनिल कुमार सोनी और श्री राम सेना के कई कार्यकर्ता उपस्थित रहे। सभी ने इस कार्यक्रम को सफल बनाने में अपना योगदान दिया। फल प्राप्त करने पर मरीजों और उनके परिजनों के चेहरों ...

झालावाड़ में 'गंगा-जमुनी तहज़ीब' पर विशेष व्याख्यान का आयोजन, उर्दू शायरी में एकता और सद्भावना पर चर्चा

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जश्न-ए-गणतंत्र दिवस के अवसर पर झालावाड़ के गवर्नमेंट पीजी कॉलेज में उर्दू विभाग द्वारा "उर्दू शायरी में गंगा-जमुनी तहज़ीब: एकता और सद्भावना की खुशबू" विषय पर एक विशेष व्याख्यान का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य भारत की सांस्कृतिक धरोहर और सांप्रदायिक सौहार्द के प्रतीक गंगा-जमुनी तहज़ीब को प्रोत्साहित करना था। कार्यक्रम की शुरुआत माँ सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण से हुई। कॉलेज के प्राचार्य प्रोफेसर फूल सिंह ने अध्यक्षता करते हुए कहा कि उर्दू भाषा और साहित्य हमारी सांस्कृतिक विरासत का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं और यह राष्ट्रीय एकता को सुदृढ़ करते हैं। मुख्य वक्ता का संदेश: गवर्नमेंट कॉलेज, बारां के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. शमशाद अली मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित रहे। उन्होंने अपने व्याख्यान में उर्दू शायरी में एकता और सद्भावना की खुशबू को रेखांकित किया। उन्होंने कहा, "भारत को प्रगति के पथ पर आगे ले जाने के लिए सांप्रदायिक सौहार्द और हिंदू-मुस्लिम एकता की आवश्यकता है। गंगा-जमुनी तहज़ीब इस दिशा में हमारी सबसे बड़ी धरोहर है।" विशेष सम्मान: कार्यक्रम में प्राचार्य ...

मकतब इंतखाबुल उलूम गौतमपुरी में स्वागत समारोह आयोजित, छात्रों और मेहमानों को किया सम्मानित

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दिल्ली के गौतमपुरी में स्थित मकतब इंतखाबुल उलूम में रविवार को एक भव्य स्वागत समारोह आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में छात्रों और मेहमानों को विशेष रूप से सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का आयोजन सुबह 11 बजे शुरू हुआ, जिसकी अध्यक्षता हकीम अनवर जावेद ने की। कार्यक्रम की शुरुआत हाफिज़ मोहम्मद अफ़ान की तिलावत-ए-क़ुरान से हुई, जिसके बाद क़ारी मोहम्मद रेहान ने नात-ए-नबी पेश की। इस अवसर पर छात्रों को उनकी उपलब्धियों के लिए कंबल और कुरान शरीफ भेंट किए गए। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल थे: जनाब इक़बाल अहमद एडवोकेट शाह जबीं क़ाज़ी (मैनेजर, ए एंड एस फार्मेसी, दिल्ली) मोहम्मद गुलज़ार वसीम सिद्दीकी एडवोकेट मोहम्मद मज़म्मिल अमीर अहमद राजा क़ारी मोहम्मद फारूक क़ारी मोहम्मद फारूक ने छात्रों को उनकी मेहनत और सफलता के लिए बधाई दी। इस दौरान बच्चों ने नात और भाषण के जरिए अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। एडवोकेट शाह जबीं क़ाज़ी और मास्टर अरशद me चौधरी ने इस अवसर पर कहा, "इस प्रकार के कार्यक्रम समाज में जागरूकता और शिक्षा के महत्व को बढ़ावा देते हैं। इन्हें नियमित रूप से आयोजित किया जाना चाहि...

पोस्ट ग्रेजुएट टीचर की उम्र घटाने के मामले में मुख्यमंत्री से हस्तक्षेप की अपील

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दिल्ली में पोस्ट ग्रेजुएट टीचर (PGT) बनने के लिए उम्र घटाकर 30 साल करने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। फेडरेशन फॉर एजुकेशनल डेवलपमेंट के सीनियर नायब सदर मास्टर अरशद चौधरी ने इसे नौजवानों के भविष्य के लिए नुकसानदायक बताया है। उन्होंने मुख्यमंत्री दिल्ली श्रीमती अतिशी से इस फैसले पर पुनर्विचार की गुजारिश की है। मुख्य रिपोर्ट: दिल्ली में हाल ही में पोस्ट ग्रेजुएट टीचर बनने के लिए अधिकतम उम्र सीमा को घटाकर 30 साल कर दिया गया है। इस फैसले ने हजारों युवाओं को निराश और चिंतित कर दिया है। फेडरेशन फॉर एजुकेशनल डेवलपमेंट के सीनियर नायब सदर, मास्टर अरशद चौधरी ने इस फैसले पर गहरी नाराजगी जताई है। उन्होंने कहा कि यह फैसला हजारों योग्य और मेहनती उम्मीदवारों को शिक्षक बनने के उनके सपने से वंचित कर देगा। मास्टर अरशद चौधरी ने कहा: > "दिल्ली में नौकरी हासिल करना पहले से ही एक चुनौतीपूर्ण काम है। यहां के युवा ऑल इंडिया लेवल के मुकाबले में हिस्सा लेते हैं और परीक्षा पास करने के लिए कड़ी मेहनत करते हैं। लेकिन उम्र सीमा को 30 साल करने से योग्य उम्मीदवारों को ओवरएज होने का खतरा बढ़ गया है।" उन्ह...